बिलासपुर जिला अस्पताल की डॉक्टर ने लगाई फांसी, चार साल पहले की थी लव मैरिज

 

बिलासपुर

जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत महिला डॉक्टर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह सरकंडा के अशोक नगर में रहती थी। रविवार की शाम वह अपने मायके चली गई, जिसके बाद सोमवार की सुबह उनकी लाश फंदे पर लटकती मिली। डॉक्टर पति और उसके दोस्त डॉक्टर ने शव को फंदे से उतार कर प्राइवेट अस्पताल पहुंचाया। उनके आत्महत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। मामला सिरगिट्‌टी थाना क्षेत्र का है।

मूलतः कोरबा जिले के कटघोरा की रहने वाली डॉक्टर पूजा चौरसिया जिला अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत थीं। साल 2018 में उनकी दोस्ती जिला अस्पताल में ही पदस्थ डॉक्टर अनिकेत कौशिक (35) से हुई। जिसके बाद दोनों ने साल 2019 में लव मैरिज कर लिया। बाद में परिवारवालों की मर्जी से उनकी हिंदू रिति रिवाज से शादी भी हुई। शादी के बाद से दोनों पति पत्नी अशोक नगर में रहते थे। अनिकेत के पिता डॉ. अशोक कौशिक भी जिला अस्पताल में ही पदस्थ हैं।

पति ड्यूटी पर निकला तो मायके जाने निकल गई पूजा

सोमवार की सुबह पूजा की लाश बापजी कॉलोनी के मकान में फंदे पर लटकती मिली है। पुलिस की पूछताछ में अनिकेत ने बताया कि रविवार की शाम वह ड्यूटी पर चला गया था। इसी दौरान उसकी पत्नी पूजा मायके जाने के लिए निकल गई। वह रात में घर नहीं लौटी तब सुबह अनिकेत अपने दोस्त डॉक्टर सूरज पांडेय के साथ बापजी कॉलोनी गया। जहां कमरे का दरवाजा बंद मिला। उन्होंने दरवाजा तोड़कर देखा, तब पूजा फंदे पर लटक रही थी। उन्होंने पूजा को फंदे से नीचे उतारा और महादेव अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत बता दिया।

अमेरिका में है माता-पिता

पूजा की मां भी स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ हैं। उनका भाई अमेरिका में रहता है। इसलिए माता-पिता उनसे मिलने अमेरिका गए हैं। पुलिस ने मायके वालों को इस घटना की जानकारी दे दी है। उनके आने के बाद शव का पंचनामा व पोस्टमार्टम किया जाएगा। पूजा के माता-पिता मंगलवार को लौटेंगे।

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