Video-: बिलासपुर सिविल लाइंस का थानेदार भूपेश सरकार और पुलिस प्रशासन की छबि को लगा रहा वाट, आखिर पुरा प्रशासन कार्यवाही करने के बजाय महेरबान क्यों?

पार्ट-01

 

बिलासपुर :

बिलासपुर सिविल लाइन टी आई परवेश तिवारी पर एक गंभीर आरोप लगाया गया है जिसमें एक आरोपी को ₹500000 (पांच लाख रुपए)लेकर मामूली धारा लगाकर छोड़ देने का आरोप लगाया गया है।

हम आपको बता दें पूरा मामला क्या है

दिनांक 17 /8/2022 को शाम 6:00 बजे ग्राम मंगला चौक पर दिलीप मिश्रा खड़ा हुआ था मंगला चौक के पहले उसी समय सामने से गौतम सिंह नामक लड़का भी आ रहा था, जो आदतन बदमाश है ।उसके ऊपर हमेशा मारपीट व अन्य गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगते रहता है। और साथ में हमेशा हथियार भी रखने का आरोप लगते रहा है। उसने दिलीप मिश्रा को रुकवाया और पुराने विवाद को लेकर उससे मां बहन की गाली गलौज करते हुए धमकी देने लगा और गाड़ी से लोहे के पाइप निकाल कर दिलीप मिश्रा से मारपीट करने लगा जिससे दिलीप मिश्रा के जांघ ,पैर ,हाथ की कलाई में चोटे आई जिसकी रिपोर्ट उसने सिविल लाइन थाने में आकर किया।

 

 

 

 

 

 

सिविल लाइन पुलिस ने दिलीप मिश्रा के तरफ से आधा अधूरा एफ आई आर दर्ज किया गया पुलिस ने गौतम सिंह को पकड़ कर थाना लाया और उसके कार जिसका क्रमांक सCG 10 FA 7694 को जांच किया तब उसके कार के डिक्की से एक देसी कट्टा एक चाकू एवं मिर्ची पाउडर बरामद हुआ ।हथियार बरामद करने के बाद टीआई सिविल लाइन प्रवेश तिवारी के द्वारा आदतन बदमाश गौतम सिंह से मिलीभगत करते हुए ₹500000 ( पांच लाख) लेकर आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर धारा पर अपराध दर्ज ना करते हुए सामान्य धाराओं जो की मारपीट की धारा कहलाता है धारा 294, 323 ,506 ,आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए शाम को उसको थाने से ही मुचलके पर छोड़ दिया ।उक्त कार्यवाही के विरुद्ध में दिलीप मिश्रा के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, और आईजी बिलासपुर को उक्त घटना की शिकायत करते हुए टीआई सिविल लाइन के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग किया है ।और उसने यह भी कहां है उक्त कार्यवाही का पूरा वीडियो सिविल लाइन थाने में लगे सीसीटीवी कैमरा में कैद है । उसे देखा जा सकता है। अगर मैं झूठ बोल रहा हूं तो और प्रवेश तिवारी पर यह कोई पहला शिकायत या आरोप नहीं है इससे पहले भी कई शिकायत आरोप लगते रहे हैं, परन्तु उसके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया है अब देखना यह है की इस मामले में क्या कार्यवाही किया जाता है।

सूत्रों से मिली रही जानकारी के अनुसार थानेदार ने यह स्वीकार किया है कि देशी कट्टा मिला था पर उसे हमारे स्टाफ ने गायब कर दिया, इसलिए उसमें हमने आर्म्स एक्ट नहीं लगाया,इस बात चीत का आडियो समाचार विला के पास सुरक्षित।

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