किराए के मकान में चल रहा था देह व्यापार का धंधा, महिला दलाल समेत 5 गिरफ्तार

महासमुंद

छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सरायपाली में चल रहे अंतरराज्यीय सेक्स रैकेट का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. किराए के मकान में देह व्यापार का कारोबार चल रहा था. एसपी भोजराम पटेल के निर्देशन में पुलिस ने छापा मारकर देह व्यापार में संलिप्त 1 महिला दलाल, 1 ग्राहक सहित 3 अन्य महिलाओं को गिरफ्तार किया है. कमरे से शराब की खाली बोतल और आपत्तिजनक सामान जब्त किया गया।पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि पतेरापाली स्कूल के सामने एक महिला अपने किराए के मकान में अनैतिक रूप से देह व्यापार का धंधा चला रही है. देह व्यापार करने वाले इतने शातिर थे कि पुलिस पार्टी की आने की सूचना देने के लिए आने-जाने वाले रास्तों पर वाचर लगाते थे.पुलिस की टीम के लिए यह एक चुनौती थी।

पुलिस ने मुखबीर को ग्राहक बनाकर महिला के मकान में भेजा और पुलिस की टीम कुछ दूरी पर रुककर इंतजार कर रही थी. मुखबिर के इशारे पर पुलिस ने मकान में घेराबंदी कर रेड कार्रवाई की, जिसमें 1 महिला दलाल, 3 लड़कियां व एक ग्राहक को पकड़ा गया. कमरे में शराब की खाली बोतल, नगदी रकम और आपत्तिजनक सामान भी पाए गए।

आपको बता दे कि…..

बीते दिनों बिलासपुर सिविल लाइन थाने में देह व्यापार की शिकायत मिलने पर सिविल लाइन पुलिस टीम के द्वारा महाराणा प्रताप चौक के पास रेड किया गया उस छापे के दौरान तीन युवती के साथ 03 युवकों पकड़ा गया जो जांजगीर के निवासी थे। उनको गिरफ्तार कर जाना लाया गया ।पुछताछ में बताये अनुसार आरोपियों को बरामद कर नोटिस दिया गया था , जिससे उनके द्वारा कोई भी उत्तर नही मिलने पर पीटा एक्ट के तहत कार्यवाही की गई, एक तरफ यह कार्यवाही कर सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने वाहवाही बटोर ली, वही दूसरी तरफ सिविल लाइन थाना प्रभारी के द्वारा यह अनैतिक कार्य की संचालिका भारती नगर निवासी जो प्रकरण की मुख्य आरोपीया है के पति से ढाई लाख रुपए की मांग की गई, जिसे आरोपी संचालिका के पति द्वारा दो लाख रुपए सिविल लाइन के 2 हवलदार को दिया गया, पर सिविल लाइन थाना प्रभारी द्वारा संचालिका के पति को फोन कर पैसे कम कैसे दिए की बात की पुष्टि की गई की पैसा ढाई लाख है कि 2 लाख। जिसकी ऑडियो रिकॉर्ड हो गया है , जिसमे सिविल लाइन के हवलदार और संचालिका के पति के बीच की बाते है जिसे आसानी सुना जा सकता है । जिसमे प्रभारी द्वारा पैसे कम देने की बात की गई है उक्त बातें को हवलदार के द्वारा कहा जा रहा है, जिसमें बोला जा रहा है कि पैसा कम क्यो दिए हो, सहानुभूति के लिए एक तरफ टी आई साहब बोल रहे कि अपराध पंजीबद्ध है तो पैसा नहीं देना था ,वही टी आई साहब ये भी बोल रहे हैं कि ठीक है पैसा दे दिए हो तो कोई बात नहीं,अब ये पैसा आरोपीयों के पति से क्यो लिए हो ये तो जांच पर पता चल जायेगा, उक्त आडियो के संबंध में सिविल लाइन टी आई परिवेश तिवारी से पूछने पर पहले तो हड़बड़ा गये , फिर उनके द्वारा कहा गया इस मामले में आपस में मिल कर चर्चा करते हैं। सूत्रों से अभी जानकारी मिल रही है कि उक्त पैसा को वापस लौटने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं । देखना यह है कि क्या, सही में यह रूपया आरोपी के पति तक पहूंच पाता है या नहीं। अब देखना है कि Ti परिवेश तिवारी के ऊपर कब कार्यवाही होती है……

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