पुलिस का आतंकः सिंघम थानेदार परिवेश तिवारी को कोर्ट में पेश होने का आदेश

खाकी की गर्मी एस.पी. की कम्प्लेन की तो टी.आई. ने जवानों के साथ शिकायतकर्ता को पीटा, कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी

 

बलौदा बाजार-

एस.पी. के खिलाफ कम्प्लेन क्या की पुलिस वाले ने कारोबीरी को घर से ही उठा लिया, जबरिया ठाना ले गए जुआ खिलाने का आरोप लगाते हुए बेरहमी से पिटाई कर दी। हालांकि कोर्ट ने खाकी की गर्मी उतार दी है. बिना वारंट घर घुसने और बिना कैस पूछताछ और मारपीट करने के मामले में कोर्ट ने एक टी.आई. समेत दो पुलिस जवानों पर एफ. आई. आर दर्ज करने के निर्देश दे दिए।

कोर्ट के आदेश पर दोनों पुलिस जवान हाजिरी लगाने पहुँचे लेकिन टी.आई. नहीं आए। अब कोर्ट ने भी टी.आई. के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। 18 मार्च तक कोर्ट में पेश होने कहा गया है। पूरा मामला सितम्बर 2023 का है। पहन्दा रोड पर रहने वाले लोहा व छड़ कारोबारी राजनारायण साहू ने तत्कालीन एस.पी. के खिलाफ विभाग के आला अफसरों से शिकायत की थी। 19 सितम्बर को साईबर सेल प्रभारी परिवेश तिवारी, दो आरक्षक मुकेश रात्रे और जितेन्द्र निषाद के साथ राजनारायण के घर घुस गए बिना वारंट कारोबारी को घर से उठा कर साईबर सेल ले गए, कहने लगे तुम सट्टा खिलाते हो, इसी बात पर उससे मारपीट की, मोबाईल छीन लिया उसके बाद पुलिस वाले उसे बलौदा बाजार के सिटी कोतवाली थाने ले गए बिना केस बनाए ही उसे वहाँ से छोड़ दिया। राजनारायण लगातार पूछते रहा कि मेरी गलती क्या है❓ घर से थाने लाने के लिए कोर्ट का कोई वारंट है क्या❓ अगर मैने कोई गलती की है तो मेरे खिलाफ कोई केस क्यों दर्ज नहीं करते हो❓ लेकिन पुलिस वालों ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। राजनारायण का कहना है कि एस.पी. के खिलाफ की गई कम्प्लेन वापस लेने के लिए ही मारपीट कर मुझ पर दबाव बनाने की कोशिश की गई है।

सबसे पहले राजनारायण ने खुद की जाँच कराई सी.सी.टी.वी फुटेज भी निकलवाए-

पुलिस द्वारा मारपीट किए जाने के बाद लोहा कारोबारी सबसे पहले सरकारी अस्पताल गया, डॉक्टरी मुलाहिजा करवाया इसके बाद उनके साथ की गई मारपीट की पुष्टि हुई। यही नहीं उन्होंने अपने घर और थाने में लगे सी.सी.टी.वी. के फुटेज भी निकलवाए इससे भी यह बात साबित हो गई कि पुलिस उसको थाने ले गई थी। मारपीट किए जबकि इस दिन उसके खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया गया था, कोर्ट ने इसे अहम सबूत मानते हुए मारपीट करने ले तीनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफ.आई.आर. के निर्देश दिए हैं।

error: Content is protected !!