जिले में आज एक दिलचस्प नाटकीय घटना घटित हुई है। आज बगीचा का एक पहाड़ी कोरवा पूलिस अधीक्षक कार्यालय पहुँच गया और उसने एसपी को बताया कि उसे पता चला है कि बगीचा थाने में उंसके और उसके बेटे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है लेकिन सच्चाई यह है कि उनका किसी ने कोई अपहरण नहीं किया है वे बिना किसी भय और दबाव के जशपुर आये है ।उनके अपहरण की रिपोर्ट फर्जी है।
बगीचा झगरपुर के रहने वाले सूखे राम और और उसके बेटे दीपक राम ने एसपी को ढिये गए आवेदन में लिखा गया है कि हलीम फिरदोशी और संजय मद्रासी के द्वारा झूठा षड्यंत्र करके अपहरण की झूठी कहानी बनाकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया गया है जो पूरी तरह झूठ है ।उसने एसपी से गुहार लगाई है कि अगर कोई उनके अपहरण की रिपोर्ट लिखाता है तो रिपोर्ट दर्ज न की जाय।
इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार सूखे राम की पत्नी ने शुक्रवार की सुबह बगीचा थाना आकर बतायी थी कि जवाकिन नाम का आदमी उसके पति और बेटे का अपहरण कर लिया है।पहाड़ी कोरवा महिला की सूचना पर पुलिस कथित रूप से अपहृत सूखे राम और दीपक को ढ़ंढने भी निकल गई लेकिन दोनो का बगीचा पूलिस को कोई सूराग नहीं मिला तभी शुक्रवार शाम को कथित रूप से अपहृत सुखराम और दीपक आवेदन लेकर एसपी के पास पहुँचकर मामले में नया ट्विस्ट ला दिया ।
रिपोर्ट दर्ज कराने वाली पहाड़ी कोरवा महिला ने बताया कि जवाकिम उसके पति और बेटे को सुबह तकरीबन 7 बजे गाड़ी में बैठाकर कहाँ ले गया उसे नही पता । 1 -2घण्टे इंतज़ार के बाद वह अपहरण का रिपोर्ट लिखाने बगीचा थाने आ गयी। पूलिस उंसके अपहृत पति और बेटे को ढूंढने जवाकिम के घर भी गई थी । महिला और उसके बेटे नवीन ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि सूखे राम और दीपक कहाँ है ।रात साढ़े 10 बजे तक घर नहीं लौटने की जानकारी दी गयी। हांलाकि अपहरण की शिकायत दर्ज कराने वाली महिला से जब हमने हलीम और संजय मद्रासी के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह हलीम या संजय को नहीं जानती । इस पूरे मामले का जड़ एक जमीन है जिसकी रजिस्ट्री को लेकर कई सारे विवाद खड़े हो गए है। विवाद यह है कि एक साल पहले 2019 में मृत हुए व्यक्ति ने 2020 में जशपुर आ के 5 एकड़ जमीन बेच दिया, जमीन बेचने के एवज में मृतक ने 2 लाख 20 हजार रुपया भी लिया है। बगीचा विकास खंड ग्राम कुटमा क्षेत्र का है, यहाँ निवासी दुर्जन राम यादव की मृतु 25 नवम्बर 2019 को हो गई, लेकिन जशपुर जिले के अधिकारी और कर्मचारियों ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो कभी संभव भी नही है, मिली दस्तावेज के अनुसार मृत व्यक्ति ने 06 नवम्बर 2020 को पांच एकड़ जमीन 2 लाख 20 हजार में अम्बिकापुर निवासी अभिषेक श्रीवास्तव को बेच दिया, मृतक के परिजनों ने बगीचा थाने में शिकायती पत्र देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जवाकिम का कहना है कि मृत व्यक्ति के नाम लिखकर फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति की तस्वीर लगाकर रजिस्ट्री किये जाने का मामला सामने आने पर फर्जी तरीके से जमीन की रजिस्ट्री कराने वालों को लगा कि मामला उनके द्वारा उठाया गया है इसलिए उनके खिलाफ झूठे झूठे मामलों की कहानी गढ़ी जा रही है और अपहरण जैसे गम्भीर मामलों की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है ।
इधर इस मामले में हलीम फिरदोशी ने जवाकिम लकड़ा के बारे में कहने बताबे की जरूरत नहीं है उंसके बारे में आम आदमी से लेकर अधिकारी तक को पता है कि वह क्या करता है।बगीचा थाने में उनके द्वारा किसी के लिए कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है न ही अपहरण के सम्बंध में उनके द्वारा पूलिस को कोई सूचना दी गई है बावजूद उनके विरुद्ध अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराने की झूठी साजिश रचने के आरोप लगाए गए है जो कि गलत है।हलीम ने बताया कि अपहरण की रिपोर्ट से उनका किसी तरह का कोई लेना देना नहीं है ।