🔴रामा मैग्नेटो मॉल : वो कौन 15 लोग हैं जो फर्जी तरीके से तालाब की भूमि को क्रय कर दिया,भू माफिया राजेश अग्रवाल उर्फ बुतरु का काला सच…
🔴बिलासपुर
तालापारा की जिस जमीन पर कभी तालाब हुआ करता था अब वहां पर आज रामा बिल्डकॉन के मालिक भू माफिया राजेश अग्रवाल उर्फ भूतरु और उनके साथ ने रामा मैग्नेटो मॉल खड़ा कर दिया जो सर्वोच्च न्यायालय के दिशा निर्देशों की अवहेलना करते हुए नजर आ रही है । तालाब को किस आधार पर पाटा गया, और भूमि उपयोग में कैसे बदला गया, और इस फर्जीवाड़े में किन-किन अफसरों की सहभागिता रही है।साथ ही वो कौन 15 लोग हैं जो फर्जी तरीके से तालाब की भूमि को क्रय कर दिया ।
सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का उल्लंघन करने का एक बड़ा मामला सामने आया है। तालाब को पाटकर और इसका भूमि उपयोग बदलकर यहां पर मॉल बना दिया है। तालापारा की जिस जमीन पर कभी तालाब हुआ करता था अब वहां पर मॉल नजर आ रहा है। तालाब को किस आधार पर पाटा गया, भूमि उपयोग कैसे बदला गया, इस फर्जीवाड़े में किन-किन अफसरों की सहभागिता रही है। निगम आयुक्त की निगरानी में इंजीनियरों की टीम जांच मे क्या हुआ और तात्कालीन महापौर ने इस संबंध में आयुक्त को टीम बनाकर जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए था उसका क्या हुआ ये जांच रिपोर्ट आज भी सामने नहीं आई है।
सरोवर धरोहर योजना की सबसे ज्यादा दुर्गति प्रदेश में अगर कहीं देखने को मिल रही है तो बिलासपुर शहर है। यहां तालाब को ही गायब कर दिया गया है। तालाब को गायब करने के बाद राजस्व विभाग के अफसरों से मिलीभगत कर राजस्व दस्तावेज को दुरुस्त कराने की बात भी कही जा रही थी । फर्जीवाड़ा और दस्तावेजों को सुधरवाने में लगी हुई है । पुराने दस्तावेज में आज भी तालाब है। बहरहाल सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का किस तरह उल्लंघन कर तालाब के अस्तित्व को मिटा दिया गया है इसकी पिछले कई सालों से निगम अफसर जांच ही कर रहे है उसका क्या हुआ अबतक कुछ पता नहीं है । राजेश अग्रवाल उर्फ भूतरु ने तालाब की जमीन पर कब्जा कर रामा मैग्नेटो मॉल बना दिया गया है। राजस्व दस्तावेज के साथ जिस तरीके से छेड़छाड़ की गई है उसे लेकर राजस्व विभाग के पूर्व के अफसरों और मैदानी अमले की संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता है। नगर तथा ग्राम निवेश विभाग से दस्तावेज खंगालने के अलावा मिसल की भी पड़ताल की जाना चाहिए। पुराने दस्तावेजों में जिले के आला अफसरों की टिप्पणी पर भी गौर करना चाहिए। देखिए राष्ट्रीय जगत विज़न के दास्तान -ए -दस्तावेज में 28 कड़ी मे दिखाई वो कौन 15 लोग हैं जो फर्जी तरीके से तालाब की भूमि को क्रय कर दिया और वो अधिकारी कौन है जो ..अविनाश रामा कृष्णा डेव्हलपर्स के संचालक सहयोग करने मे लगे हुए है
1. सुखवंत सिंह वल्द सरदार जोगेन्दर सिंह निवासी-जरहाभाठा बिलासपुर (छ.ग.).
2. सतविन्दर कौर पति सुखवंत सिंह निवासी-जरहाभाठा बिलासपुर (छ.ग.).
3. बलजीत सिंह पिता सुखवंत सिंह निवासी-जरहाभाठा बिलासपुर (छ.ग)
4. परमवीर सिंह पिता सुखवंत सिंह निवासी- निवासी जरहाभाठा बिलासपुर (छ.ग)
. आमना बेगम पति शेख मन्नू, निवासी-ज्वाली नाला पुल जूना बिलासपुर (छ.ग.) 5
6. हरजीत सिंह छाबड़ा पिता मंगत सिंह छाबड़ा निवासी गुरुद्वारा रोड रामकेला जिला-राउरकेला बिलासपुर (छ.ग.),
7. मेसर्स अविनाश रामाकृष्णा डेव्लपर्स प्राईवेट लिमिटेड डायरेक्टर संदीप अग्रवाल आ. अर्जुनलाल निवासी- बी-18, कांतिनगर बिलासपुर (छ.ग).
8. मोहम्मद शाहनवाज खान पिता मोहम्मद इस्माइल निवासी ईमलीपारा, बिलासपुर (छ.ग.).
9. सरदार मंजीत सिंह गुम्बर पिता गोविंद सिंह निवासी डॉ. धीर के सामने दयालबंद बिलासपुर (छ.ग.).
10. शकुर भाई पिता स्व. हबीब भाई निवासी ग्राम सीपत तहसील मस्तुरी बिलासपुर (छ.ग.)
11. कुसुम अग्रवाल पति श्री अर्जुनलाल निवासी विद्यागनर बिलासपुर (छ.ग.),
12. शैलेष अग्रवाल पिता मदनलाल अग्रवाल निवासी शारदा साईन विनोबा नगर, तह. व जिला-बिलासपुर (छ.ग.),
13. रामकली पति धुरउ प्रसाद सुनकर निवासी-टिकरापारा, तहसील व जिला-बिलासपुर (छ.ग.),
14. कलावती देवी अग्रवाल पति स्वरासनंद अग्रवाल निवासी कांतिनगर बिलासपुर
. सुषमा अग्रवाल पति संजय अग्रवाल निवासी-शारदा नगर बिलासपुर (छ.ग) तथा कालांतर में इन व्यक्तियों द्वारा अन्य व्यक्तियों को बेचने तथा इसके पश्चात् इन लोगों द्वारा वर्ष 2006-07 में अन्य लोगो को टुकड़ो-टुकड़ो मे बेचने वालो तथा अवैध कब्जाधारियों अविनाश रामा कृष्णा डेव्हलपर्स के समस्त संचालक एवं सहयोग करने वाले तत्कालीन पटवारी प.ह.नं. 22, छतलाल कश्यप, राजस्व निरीक्षक बिलासपुर, तहसीलदार विलासपुर, एस.के. थवाईत, एस.सी. बंजारे, जी.एन. सिंह, एन.के. खान, जी.के. गायकवाड़, कैलाश वर्मा, तत्कालीन अनुविभागीय अधिकारी बिलासपुर के.एल. ग्वाल, संतोष देवांगन संचालक नगर तथा ग्राम निवेश बिलासपुर, व्यपवर्तन अधिकारी बिलासपुर, आयुक्त नगर निगम बिलासपुर प्रभारी अभियंता नगर निगम बिलासपुर के विरूद्ध सुक्ष्मता से जांच कर उनके विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कराकर उन्हें दंडित कराये जाने विषयक निर्देश जारी किया जावें तथा उपरोक्त तथ्यों एवं इस शिकायती आवेदन के साथ दस्तावेजों का सूक्ष्मता से विधि अनुसा अवलोकन करते हुए उपरोक्त आपराधिक कृत्यों मे सम्मिलित उपरोक्त नामित व्यक्तियों साथ-साथ शासन को हानि पहुंचाने तथा स्वयं सदोष लाभ प्राप्त करने वाले अधिकारि कर्मचारियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्व कराने तथा मैग्नेटो माल के अवैध निर्माण को हटा राजस्व अभिलेखों मे दर्ज प्रवृष्टि के आधार पर तालाब की स्थिति को पूर्ववत् बहाल कर समुचित कार्यवाही किया जाना न्यायहित मे आदेशित किया जावें।